चल पड़ी अपनी लाइब्रेरी


साथियों,

कुछ दिनों पहले मैंने गांव का गुरुकुल के ब्लॉग और इंटरनेट के दूसरे माध्यमों के जरिए आपसे कुछ ऑनलाइन किताबें (पीडीएफ में) मांगी थीं। मैं आप सबका शुक्रिया अदा करता हूं, क्योंकि उसके बाद मुझे कई साथियों के ई-मेल मिले और उन्होंने किताबें भेजीं। अब मैं यहां किताबें पेश करने का सिलसिला शुरू करता हूं। 
आभार सहित
राजीव शर्मा
संचालक
गांव का गुरुकुल

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